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About Bhavan's Navneet Hindi:
60 साल पहले एक बीज बोया गया था, जो आज फलों-फूलों से लदा वृक्ष बनकर समाज को सदविचारों की छाया दे रहा है. देश के आज़ादी प्राप्त करने के पांच वर्ष बाद ही 1952 में स्वर्गीय श्री गोपाल नेवटिया ने हिंदी में एक डाइजेस्ट प्रकाशित करने की ज़रुरत महसूस की थी. इसी कामना ने नवनीत को जन्म दिया, जो पिछले 60 साल से निरंतर प्रकाशित हो रहा है.
आज नवनीत संभवतः हिंदी की सबसे पुरानी मासिक पत्रिका ही नहीं है,देश की सबसे महत्वपूर्ण पत्रिकाओं में इसकी गणना होती है. साहित्य, संस्कृति और समाज की धमनियों को समझने, उनकी धड़कनों को आवाज़ देने और समय को दिशा देने की एक सार्थक समझ और कोशिश का एक नाम है नवनीत.
भारतीय विद्या भवन द्वारा प्रकाशित यह पत्रिका उन मूल्यों और आदर्शों की संवाहक है जो भारतीय संस्कृति को एक पहचान देते हैं.
समय की आवश्यकताओं को समझकर उनके अनुरूप स्वयं को ढालने और उन आवश्यकताओं की पूर्ति करते हुए, समय की शक्तियों को गति देने का एक अविराम संकल्प है नवनीत.,br />
हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के शीर्ष रचनाकारों की लेखनी के माध्यम से यह पत्रिका सांस्कृतिक पत्रकारिता की एक पहचान बन चुकी है.
विषयों की विविधाता और गहराई के साथ उनका विश्लेषण नवनीत की विशेषता है और पुरानी तथा नई पीढ़ी के लिए सार्थक सामग्री नवनीत को विशिष्ट बनाती है. છે.
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कुलपति उवाच | ||||
03 | परम सौंदर्य के.एम. मुनशी |
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अध्यक्षीय | ||||
04 | शिक्षा सुरेंद्रलाल जी. मेहता |
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पहली सीढ़ी | ||||
11 | अपराजेय विलियम अर्नेस्ट हेनले |
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लम्बी-कहानी | ||||
94 | अलफतिया ध्रुव शुक्ल |
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शब्द-सम्पदा | ||||
138 | ढकोसला, आडम्बर फिर विडम्बना अजित वडनेरकर |
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आलेख | ||||
38 | व्यक्ति-स्वातंत्र्य के पक्ष में |
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42 | संकल्प से ही सृजन! हरिवंश |
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53 | प्रभुता पाइ जाहि मद नाहीं पवन वर्मा |
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56 | कामिनी कौशल के लिए लिखी गयी कहानी रमेश उपाध्याय |
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64 | ‘सर्व देव नमस्कार केशवं प्रति गच्छति’ उद्भ्रांत |
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70 | स्वर्णभूमि म्यांमार राजेंद्र चंद्रकांत राय |
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88 | एक सवाल करते मन का आकलन सुदर्शना द्विवेदी |
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115 | रघुपति राघव राजा राम गणेश मंत्री |
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124 | रफ्तार से कटे समय का मानीखेज दस्तावेज विजय कुमार |
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127 | खुली हवा में कब सांस ले पायेंगे? जयश्री सिंह |
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136 | किताबें |
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आवरण-कथा | ||||
12 | समता का दर्शन सम्पादकीय |
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14 | सबकी बराबरी का मतलब विजय किशोर मानव |
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19 | सपने पूरे करने की राह हृदयेश मयंक |
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23 | चंदेसर सिंग और समता का सफर... विकास मिश्र |
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27 | समता माध्यम है, सम्पन्नता लक्ष्य डॉ. राममनोहर लोहिया |
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35 | कबतक ढोते रहेंगे विरोधाभासों की ज़िंदगी बी.आर. आम्बेडकर |
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कथा | ||||
81 | मोबिलियो गाय डॉ. राजेश्वर उनियाल |
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117 | नागफनी नीहार गीते |
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कविताएं | ||||
52 | दो कविताएं मनमोहन |
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86 | तीन ग़ज़लें कैलाश सेंगर |
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122 | तीन कविताएं डॉ. सुरेश जोशी |
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समाचार | ||||
140 | भवन समाचार | |||
144 | संस्कृति समाचार |
संपादक
विश्वनाथ सचदेव
फ़ोन : 022-23631261 / 23634462
फैक्स : 022-23630058
इ-मेल :navneet.hindi@gmail.com
सम्पादकीय कार्यालय
नवनीत
भारतीय विद्या भवन
कुलपति डॉ. के. एम्. मुंशी मार्ग,
चौपाटी, मुंबई 400 007